जब आप पेड़ की जड़ को सींचते हैं तो सभी पत्ते और शाखाएं पोषित होती हैं। इसलिए एक-एक पत्ते और डाली को अलग-अलग पानी देने में इतना समय और झंझट की ज़रूरत नहीं हैं। वास्तव में, अगर आप उन्हें अलग से सींचने का प्रयास करे तब भी यह संभव नहीं है क्योंकि भगवान की व्यवस्था के अनुसार वे पेड़ की जड़ से ही अपना पानी प्राप्त कर सकते है।
इस सप्ताह के लिए कार्य
भगवद-गीता यथा रूप अध्याय 9, श्लोक 16 को ध्यान से पढ़ें और इस प्रश्न का उत्तर दें:
भक्ति सेवा में संलग्न होना वैदिक यज्ञों में संलग्न होने से बेहतर क्यों है?
अपना उत्तर ईमेल करें: hindi.sda@gmail.com
(कृपया पाठ संख्या, मूल प्रश्न और भगवद गीता अध्याय और श्लोक संख्या को अपने उत्तर के साथ अवश्य शामिल करें)