पाठ 210: कलियुग में विशेष कृपा

वर्तमान समय में हम कलियुग में गहरे दबे हुए हैं। 5,000 साल पहले शुरू हुआ कलि का यह युग सभी युगों में सबसे अधिक भौतिकवादी है, जब ईश्वर चेतना होना सबसे कठिन है। हालांकि, इस बादल के साथ भगवान चैतन्य की विशेष दया भी आती है। क्योंकि इस दुनिया में भगवान के प्रति जागरूक होना इतना कठिन है कि यह लगातार अधिक पापी और ईश्वरविहीन होता जा रहा है, भगवान चैतन्य ने एक विशेष आशीर्वाद दिया है कि केवल हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे, हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे का जाप करके भगवान के शुद्ध प्रेम की सर्वोच्च पूर्णता को जल्दी और आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए जो लोग गंभीर हैं उन्हें इस विशेष व्यवस्था का लाभ उठाना चाहिए और अपने जीवन को परिपूर्ण बनाना चाहिए।

इस सप्ताह के लिए कार्य

भगवद-गीता यथा रूप अध्याय 8, श्लोक 11 को ध्यान से पढ़ें और इस प्रश्न का उत्तर दें:
हरे कृष्ण का जप इस युग के लिए आत्म-साक्षात्कार का एकमात्र व्यावहारिक साधन क्यों है?

अपना उत्तर ईमेल करें: hindi.sda@gmail.com

(कृपया पाठ संख्या, मूल प्रश्न और भगवद गीता अध्याय और श्लोक संख्या को अपने उत्तर के साथ अवश्य शामिल करें)